चाइना के DeepSeek R1 से भयभीत अमेरिका: नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सबको चेताया
America is afraid of China's DeepSeek R1: Newly elected President Donald Trump warned everyone
अभी हाल ही में DeepSeek R1 की चर्चा इतनी जोरों पर है कि खुद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति J. Donald Trump ने अपने शपथ समारोह में इसका जिक्र कर वहां के उद्योगपतियों को चेताया कि सम्हल जाओ, वर्ना ये चीन आपको खा जाएगा। अभी और काम करने की जरूरत है AI में। सभी डरे हुए हैं इससे, तो फिर हमारा भी प्रयास बनता है कि इसके बारे में विस्तार से बिन्दुवार जानने की कोशिश करें?
जब मैंने DeepSeek के बारे में और भी जानने का प्रयास किया कि वाकई क्या यह ChatGPT से अलग और बेहतर है? ऐसी क्या खूबी और अंतर है। लेकिन इसी बीच एक और ख़बर आ गयी कि भारत के केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि अगले 10 माह में हमारा अपना AI Chatboat होगा। जो कि न सिर्फ सबसे अलग बल्कि यह सभी भारतीय भाषाओं में बेहतर काम करेगा। इसकी जो सबसे अनोखी बात होगी वह यह होगी कि 18600 GPU के लक्ष्य के साथ अभी 10000 GPU पर कार्य करेगा। गौरतलब है कि दुनियाँ भर में प्रसिद्धि पाने वाले हालिया DeepSeek AI चैटबोट R1 में 2000 GPU का इस्तेमाल हुआ है जबकि ChatGPT को ट्रेंड करने में 25000 GPU लगे थे। हमारे भारतीय स्वदेशी AI Chatboat मिशन पर 10,750 करोड़ रु. खर्च होंगे, जिसका उद्देश्य देश को Deep टेक्नोलॉजी का हब बनाना है। भारत की रफ्तार के अपने मायने हैं।
इसी बीच ख़बर ये भी आई है कि चीन की कंपनी DeepSeek ने ही एक नया AI Innovation Open Source Image Generation Model "जेनस प्रो 7 बी" लांच कर दिया है, जो कि Open AI के Del E3 से बेहतर है। यह सटीक इमेज बनाने एवं उसकी व्याख्या करने में बेहतर है।
पहले सिर्फ कहा जाता था कि ज्यादातर एशियाई देश जंगल की भाषा समझते हैं और अमेरिकी महाद्वीप हर क्षेत्र में पूरे विश्व का सिरमौर रहेगा। हालांकि ऐसा है भी परंतु अब पूरी तरह से यह सत्य नहीं है। तकनीकी क्षेत्र हो या कुछ और एशिया अब पूरे विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। ऐसे में हम चीन को मित्र मानें या शत्रु, परंतु एशिया के बतौर तो हमें मौन समर्थन करना ही होगा। हालांकि पिछली गतिविधियों के आधार पर यह संभव नहीं लगता। और भी अगर देखें तो ये खबर भी चौकाने वाली है कि चीन के DeepSeek के बाद सऊदी अरब ने भी अपना AI चैटबॉट, रेयान नाम का पेश किया है, इसके बाद सनसनी और भी बढ़ गयी है कि पता नहीं अभी कितने झटके अमेरिका को लगेंगे। आइये जानते हैं -
DeepSeek R1 और ChatGPT दोनों AI-आधारित चैटबॉट हैं, लेकिन उनके बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। यहां विस्तार से बताया गया है:
1. विकासकर्ता (Developers)
DeepSeek R1: यह DeepSeek कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। DeepSeek एक AI और डेटा एनालिटिक्स कंपनी है जो विभिन्न उद्योगों के लिए AI समाधान प्रदान करती है।
ChatGPT: यह OpenAI द्वारा विकसित किया गया है। OpenAI एक प्रमुख AI रिसर्च संगठन है जो जनरल AI और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) में विशेषज्ञता रखता है।
2. उद्देश्य (Purpose)
DeepSeek R1: यह विशेष रूप से व्यावसायिक और औद्योगिक उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह डेटा एनालिटिक्स, प्रेडिक्टिव मॉडलिंग, और विशिष्ट उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित है।
ChatGPT: यह एक सामान्य-उद्देश्य वाला चैटबॉट है जो विभिन्न प्रकार के प्रश्नों और कार्यों के लिए उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि सामान्य ज्ञान, शिक्षा, सहायता, और मनोरंजन।
3. प्रशिक्षण डेटा (Training Data)
DeepSeek R1: इसका प्रशिक्षण विशिष्ट उद्योगों और डोमेन के डेटा पर किया गया है, जिससे यह विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह विशेष रूप से व्यावसायिक डेटा और प्रक्रियाओं को समझने के लिए अनुकूलित है।
ChatGPT: इसका प्रशिक्षण विभिन्न स्रोतों से लिए गए बड़े पैमाने पर सामान्य डेटा पर किया गया है, जिससे यह विभिन्न विषयों पर सामान्य ज्ञान प्रदान कर सकता है।
4. उपयोगकर्ता इंटरफेस (User Interface)
DeepSeek R1: यह अक्सर विशिष्ट प्लेटफॉर्म और एप्लिकेशन्स में एकीकृत होता है, जो उद्योग-विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ChatGPT: यह एक सामान्य चैट इंटरफेस प्रदान करता है जो विभिन्न प्लेटफॉर्म्स और एप्लिकेशन्स में उपयोग किया जा सकता है।
5. कस्टमाइजेशन (Customization)
DeepSeek R1: यह उच्च स्तर की कस्टमाइजेशन प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ता इसे अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित कर सकते हैं।
ChatGPT: यह भी कुछ हद तक कस्टमाइजेशन प्रदान करता है, लेकिन यह सामान्य उद्देश्यों के लिए अधिक उपयुक्त है।
6. प्रदर्शन (Performance)
DeepSeek R1: विशिष्ट उद्योगों और डोमेन में इसका प्रदर्शन अधिक सटीक और प्रभावी होता है क्योंकि यह विशेषज्ञता प्रदान करता है।
ChatGPT: यह सामान्य ज्ञान और विभिन्न विषयों पर अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन विशिष्ट उद्योगों में इसकी सटीकता कम हो सकती है।
7. लागत (Cost):
DeepSeek R1: यह आमतौर पर व्यावसायिक उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसकी लागत अधिक हो सकती है।
ChatGPT: यह सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक सुलभ है और इसकी लागत कम हो सकती है।
ChatGPT, DeepSeek R1 से किस तरह से बेहतर है और इससे Open AI को कितना खतरा है जैसा कि डोनाल्ड ट्रम्प कह रहे हैं? ऐसा क्या कर दिया है इस चीनी कंपनी ने? NVIDIA से क्या रिश्ता रहा है इसका, आइये जानने की कोशिश करते हैं ?
DeepSeek R1 एक चीनी AI मॉडल है जिसने हाल ही में AI उद्योग में महत्वपूर्ण हलचल मचाई है। यह मॉडल OpenAI के ChatGPT जैसे प्रमुख मॉडलों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है, लेकिन इसे कम लागत पर और पुराने GPU चिप्स का उपयोग करके प्रशिक्षित किया गया है। इससे यह धारणा चुनौतीपूर्ण हो गई है कि उच्च-प्रदर्शन AI के लिए अत्याधुनिक तकनीक और विशाल वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होती है।
DeepSeek R1 की विशेषताएँ:
लागत-प्रभावशीलता: DeepSeek R1 को कम लागत पर प्रशिक्षित किया गया है, जिससे यह अधिक सुलभ है।
प्रदर्शन: यह मॉडल गणित, कोडिंग और प्राकृतिक भाषा तर्क जैसे कार्यों में OpenAI के नवीनतम मॉडलों के साथ तुलनीय प्रदर्शन करता है।
ओपन-सोर्स: DeepSeek R1 का कोड ओपन-सोर्स है, जिससे डेवलपर्स इसे मुफ्त में उपयोग और संशोधित कर सकते हैं।
ChatGPT की तुलना में अंतर:
सेंसरशिप: DeepSeek R1 चीनी सरकारी आवश्यकताओं का पालन करने के लिए सख्त सेंसरशिप लागू करता है, जिससे राजनीतिक रूप से संवेदनशील विषयों पर प्रतिक्रियाएँ अवरुद्ध हो सकती हैं।
प्रदर्शन: हालांकि DeepSeek R1 बुनियादी कार्यों में अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन यह वास्तविक समय की क्वेरी और बड़े डेटा प्रसंस्करण में संघर्ष करता है, जहाँ ChatGPT अधिक व्यापक और सटीक उत्तर प्रदान करता है।
NVIDIA के साथ संबंध:
DeepSeek R1 की सफलता का NVIDIA जैसी चिप निर्माता कंपनियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। DeepSeek ने पुराने GPU चिप्स का उपयोग करके अपने मॉडल को प्रशिक्षित किया, जिससे NVIDIA के शेयरों में 17% तक की गिरावट आई।
डोनाल्ड ट्रम्प की प्रतिक्रिया:
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने DeepSeek R1 की सफलता को एक "जागृति कॉल" के रूप में देखा और इसे सकारात्मक विकास माना।
लेकिन ज्यादातर अमेरिकी और यूरोपियन मीडिया DeepSeek पर चोरी का आरोप लगा रहा है? यह सही है कि हाल ही में, अमेरिकी और यूरोपीय मीडिया में चीनी AI स्टार्टअप DeepSeek पर OpenAI की तकनीक से संबंधित डेटा को अनुचित तरीके से प्राप्त करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। Microsoft और OpenAI इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या DeepSeek से जुड़े किसी समूह ने OpenAI की तकनीक से उत्पन्न डेटा को अनधिकृत रूप से हासिल किया है।
इन आरोपों के कारण DeepSeek के AI मॉडल की वैधता और इसकी विकास प्रक्रिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, अमेरिकी अधिकारियों ने DeepSeek के राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव का मूल्यांकन करना शुरू कर दिया है, क्योंकि यह ऐप अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के लिए जोखिम पैदा कर सकता है और सेंसरशिप को बढ़ावा दे सकता है।
DeepSeek ने कम लागत पर और कम तकनीकी रूप से उन्नत चिप्स का उपयोग करके एक AI मॉडल विकसित किया है, जिसने AI उद्योग में हलचल मचा दी है।
हालांकि, इन आरोपों के बाद, कंपनी की प्रथाओं और इसके AI मॉडल के विकास के तरीकों की गहन जांच की जा रही है।
इन घटनाओं के परिणामस्वरूप, NVIDIA जैसी चिप निर्माता कंपनियों के शेयरों में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है, क्योंकि DeepSeek की सफलता ने उच्च-प्रदर्शन AI के लिए अत्याधुनिक तकनीक और विशाल वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता की धारणा को चुनौती दी है।
इन आरोपों और जांचों के चलते, DeepSeek की प्रथाओं और इसके AI मॉडल के विकास के तरीकों की गहन समीक्षा की जा रही है।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस तरह से हम कह सकते हैं कि DeepSeek R1 और ChatGPT दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। यदि आपको विशिष्ट उद्योगों और डोमेन में विशेषज्ञता की आवश्यकता है, तो DeepSeek R1 बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं, यदि आपको सामान्य ज्ञान और विभिन्न विषयों पर सहायता चाहिए, तो ChatGPT अधिक उपयुक्त हो सकता है। DeepSeek R1 ने AI उद्योग में लागत-प्रभावशीलता और प्रदर्शन के नए मानक स्थापित किए हैं, जिससे प्रमुख AI मॉडलों के प्रभुत्व को चुनौती मिली है। हालांकि, सेंसरशिप और प्रदर्शन सीमाओं के कारण, यह सभी उपयोग मामलों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है।
अधिक जानकारी के लिए आप DeepSeek की आधिकारिक वेबसाइट [https://deepseek.com] पर जा सकते हैं। बाकी और अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं: