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शुक्रवार, 22 अगस्त 2025

"कंफर्ट वीमेन विवाद: जापान और दक्षिण कोरिया के संबंधों पर ऐतिहासिक कलंक"

"कंफर्ट वीमेन विवाद: जापान और दक्षिण कोरिया के संबंधों पर ऐतिहासिक कलंक"
The Comfort Women Dispute: A Historical Wound in Japan-South Korea Relations


"कंफर्ट वीमेन" (Comfort Women / 慰安婦 Ianfu) शब्द का उपयोग उन महिलाओं के लिए किया जाता है जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी सेना द्वारा यौन दासता के लिए मजबूर किया गया था। यह मुद्दा जापान और दक्षिण कोरिया के बीच आज भी एक गहरा राजनीतिक, सामाजिक और नैतिक विवाद बना हुआ है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:


by Tokyo Review 


"कंफर्ट वीमेन" क्या थीं?


by wikipedia 

  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान (1930 के दशक से लेकर 1945 तक), जापानी साम्राज्य ने "कंफर्ट स्टेशन्स" (Comfort Stations) नामक यौन दासता केंद्र बनाए।

  • इन केंद्रों पर हजारों महिलाएं मजबूर की गईं या धोखे से लाई गईं, जिनसे जापानी सैनिकों को "मनोरंजन" प्रदान करने के लिए बार-बार बलात्कार किया गया।

  • ऐसी महिलाओं की संख्या 50,000 से लेकर 200,000 तक बताई जाती है (संख्या विवादित है), जिनमें से बहुत बड़ी संख्या में कोरियाई महिलाएं थीं, क्योंकि उस समय कोरिया पर जापान का उपनिवेशवादी शासन था (1910–1945)।


दक्षिण कोरिया से क्या संबंध है?

  1. कोरिया उस समय जापान का उपनिवेश था — कोरियाई महिलाओं को जबरन या धोखे से जापानी "कंफर्ट स्टेशनों" में ले जाया गया।

  2. बहुत सी पीड़िताएं जीवित रहीं और उन्होंने 1990 के दशक में सामने आकर इस अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाई।

  3. दक्षिण कोरियाई समाज और सरकार इसे आज भी एक राष्ट्रीय अपमान और मानवीय त्रासदी मानते हैं।


समस्या क्यों बनी हुई है?

1. जवाबदेही और माफी का मुद्दा:



  • जापान ने कई बार खेद प्रकट किया है (1993 का Kono Statement, 2015 समझौता आदि), लेकिन कई कोरियाई इसे "पूर्ण और ईमानदार क्षमा" नहीं मानते।

  • जापान कहता है कि इस विषय को 1965 की जापान-कोरिया संधि में समाप्त मान लिया गया था, जबकि कोरिया कहता है कि यह मुद्दा उस संधि में शामिल नहीं था।

2. 2015 समझौता और उसका विवाद:


The New York Times 

  • जापान और दक्षिण कोरिया ने 2015 में समझौता किया कि जापान $8.3 मिलियन डॉलर देगा पीड़िताओं की सहायता के लिए।

  • परन्तु दक्षिण कोरियाई जनता और कई पीड़िताओं ने इस समझौते को "कूटनीतिक समझौता, लेकिन नैतिक रूप से अस्वीकार्य" बताया।

3. स्मारक और जन भावना:



  • दक्षिण कोरिया और अन्य देशों (जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया) में "कंफर्ट वीमेन" की मूर्तियाँ लगाई गई हैं। जापान इसे अपमानजनक और एकतरफा आरोप मानता है।

  • इस कारण जापान कई बार कूटनीतिक विरोध जताता है।


आज के संबंधों पर प्रभाव:


by East Asia Forum 

  • यह मुद्दा जनता की भावनाओं को भड़काता है, खासकर दक्षिण कोरिया में।

  • जापान को लगता है कि वह कई बार माफ़ी मांग चुका है, जबकि कोरिया को लगता है कि माफी में ईमानदारी और न्याय की कमी है

  • इसलिए यह मुद्दा दोनों देशों के बीच सामान्य कूटनीतिक और व्यापारिक संबंधों को प्रभावित करता है


निष्कर्ष:

"कंफर्ट वीमेन" का मुद्दा सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि वर्तमान का जीवित घाव है। यह यौन हिंसा, उपनिवेशवाद, और ऐतिहासिक न्याय से जुड़ा हुआ है।
जब तक पीड़िताओं और उनके प्रतिनिधियों को लगता है कि उन्हें पूरा न्याय नहीं मिला, यह मामला दक्षिण कोरिया और जापान के बीच सबसे संवेदनशील और विवादित मुद्दों में से एक बना रहेगा।

नीचे प्रमुख शोध पत्र, डॉक्यूमेंटरी फिल्में, और कुछ पीड़िताओं की जीवित (या पहले की गई) गवाहियाँ दी गई हैं जो "कंफर्ट वीमेन" से संबंधित हैं — खासतौर पर जापान और दक्षिण कोरिया की संदर्भ में:


प्रमुख शोध-पत्र और अकादमिक प्रकाशन

  • “Unfolding the ‘Comfort Women’ Debates: Modernity, Violence, Women’s Voices” (Maki Kimura, 2016) — इस पुस्तक में कंफर्ट वुमेन के ऐतिहासिक, सामाजिक और राजनीतिक आयामों पर विस्तृत विश्लेषण है। ZNetwork+2Wikipedia+2Trauma Politics+2

  • “Denying the Comfort Women: The Japanese State's Assault on Historical Truth” (Routledge, 2018) — जापानी सरकार की इतिहास संशोधन नीतियों की समीक्षा है।  Wikipedia


महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंटरी एवं फिल्में

  • The Apology (2016, निर्देशिका: Tiffany Hsiung) — तीन पूर्व कंफर्ट वुमेन की व्यक्तिगत कथाएँ (जिसमें Gil Won-ok सहित) और न्याय की तलाश पर केंद्रित एक पुरस्कृत डॉक्यूमेंटरी है। Wikipedia

  • Within Every Woman (2012) — इसी विषय पर TIFF‑निर्देशिका Tiffany Hsiung की डॉक्यूमेंटरी, वार टाइम यौन अत्याचार और महिलाओं के जीवन पर प्रभाव को दर्शाती है।                                                                                  Trauma Politics+2Korean Legal Studies+2Wikipedia+2

  • The Murmuring (1995) — दक्षिण कोरियाई महिलाओं के प्रदर्शन-आधारित दस्तावेज़ी, जिन्होंने जापान और कोरिया सरकारों से सार्वजनिक माफी की मांग की। Korean Legal Studies

  • Habitual Sadness: Korean Comfort Women Today (1999) — “House of Sharing” की रोजमर्रा की ज़िन्दगी को दिखाने वाली डॉक्यूमेंटरी ZNetwork+6Korean Legal Studies+6DW+6

  • Comfort Women: One Last Cry (2013) — एशिया और यूरोप में प्रभावित पीड़िताओं की आवाज़ों को समेटने वाली डॉक्यूमेंटरी, बहु-देशों और बहु-पीड़ित दृष्टिकोणों पर आधारित है Glamour+8Korean Legal Studies+8DW+8

  • Kokosuni (2022, निर्देशिका: Lee Seok‑jae, KBS) — कोरियाई कंफर्ट वुमेन की वास्तविकताओं और इतिहास संशोधनवाद (revisionism) के विरुद्ध बनाई गई डॉक्यूमेंटरी है Wikipedia


प्रमुख जीवित / पहले गवाही देने वाली पीड़िताएँ

Lee Yong‑soo

  • कंबफर्ट वुमेन के रूप में जबरन किए जाने का अनुभव, लगभग 4–5 सैनिक रोज़ आता था; जल、电ैत यंत्रादि से यातनाएं सहन कीं; कई वर्षों बाद सामने आईं; दक्षिण कोरिया में न्याय अभियान की अगुआ थीं। उन्हें वहाँ मास्टर डिग्री तक मिली और US Congress में भी बतौर गवाह शामिल हुईं।                                        WikipediaLAUM Social Justice Museum

Chung Seo‑woon (1924–2004)

  • 14 वर्ष की आयु में जबरन कब्जे में ली गईं; सालों तक जापान, ताइवान, सिंगापुर, इंडोनेशिया में हुईं। बाद में मानवाधिकार कार्यकर्ता बनीं; कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जापान से माफी की माँग की; सुनियोजित प्रयासों में अग्रणी रहीं।WikipediaLAUM Social Justice Museum

Kim Hak‑sun

  • दक्षिण कोरिया की वह पहली महिला जिन्होंने 1991–1992 में सार्वजनिक रूप से अपने अनुभव साझा किए, जिससे “comfort women” आंदोलन को शक्ति और पहचान मिली।                                                                                                  Korean Legal Studies+4ZNetwork+4DW+4

अन्य उल्लेखनीय वयोवृद्ध गवाह

  • Kim Bok‑dong, Gil Won‑ok, Lee Ok‑seon (House of Sharing निवासी), जिनके बयान प्रधानमंत्री Abe और कोरियाई सरकार को “कम माफी” स्वीकार न करने की प्रेरणा बने। Korean Legal Studies+7DW+7Wikipedia+7


निष्कर्ष सारांश

श्रेणी         विवरण
शोध-पत्रKimura‑ और Routledge‑जैसी पुस्तकें ऐतिहासिक दृष्टिकोण और विश्लेषण देती हैं
डॉक्यूमेंटरीThe Apology, Within Every Woman, Kokosuni आदि जीवन‑कथा और आंदोलन की दस्तावेज़ फिल्में हैं
गवाह और        पीड़िता


Lee Yong‑soo, Chung Seo‑woon, Kim Hak‑sun और अन्य पूर्वगवाह जिन्होंने सत्याग्रह और सार्वजनिक अभियान चलाया

ये रहे विषय से संबंधित प्रमुख अकादमिक शोध-पत्र, डॉक्यूमेंटरी फिल्में, और पीड़िताओं की जीवित गवाहियाँ। दोनों का विस्तृत संकलन प्रस्तुत है:


प्रमुख अकादमिक शोध-पत्र (Research Papers)

  1. “Uncomfortable ‘Comfort Women’: Examining shame culture…” — Janice Lee (Pepperdine University, 2018) यह पेपर कोरियाई‑अमेरिकी और जापानी‑अमेरिकी समुदायों में शर्म की संस्कृति और आंतरिक संघर्षों पर केंद्रित है, व “comfort women” विषय से जुड़ा मानवीय दृष्टिकोण प्रदर्शित करता है।          Korean Film+13Pepperdine Digital Commons+13The New Yorker+13
  2. “Reconstructing the History of the ‘Comfort Women’ System: The Fruits of 28 years of Investigation…” — Edward Vickers & Su Zhiliang (Asia‑Pacific Journal, March 2021) लगभग तीन दशकों के इतिहास‑निर्माण प्रयासों, दस्तावेज़ों और साक्षात्कारों के आधार पर पूरे एशिया में “comfort women” प्रणाली की पुनर्निर्माण संरचना का विश्लेषण करता है।                          Asia-Pacific Journal: Japan Focus+1Korean Legal Studies+1

  3. अतिरिक्त शोध-पत्र समूह: Maki Kimura की Unfolding the ‘Comfort Women’ Debates और Routledge की Denying the Comfort Women जैसी पुस्तकें जो इस विषय पर विस्तृत ऐतिहासिक अनुसंधान प्रदान करती हैं।         Wikipedia



मुख्य डॉक्यूमेंटरी और फ़िल्में


नीचे दी गई सूची में प्रमुख और बहु‑दृष्टिकोण वाली डॉक्यूमेंटरी फ़िल्में शामिल हैं:

  • The Murmuring (1995, Byun Young‑Joo): ज़ोरदार दस्तावेज़ी जो जापान और कोरिया की सरकारों से सार्वजनिक माफी की मांग करती पीड़िताओं की कहानी को दिखाती है।                                                                                            The Movie Database+3Korean Legal Studies+3Korean Film+3

  • Habitual Sadness: Korean Comfort Women Today (1999, Byun Young‑Joo) “House of Sharing” में रहने वाली पूर्व पीड़िताओं की रोज़मर्रा ज़िंदगी और आंदोलन को दिखाता है।                                                                      Asia-Pacific Journal: Japan Focus+4Korean Legal Studies+4The Movie Database+4

  • My Own Breathing (2000, Byun Young‑Joo): यह Byun की ट्रिलॉजी की अंतिम कड़ी है, जिसमें पीड़िताओं की मौन कहानियों को बिना व्याख्या या संगीत के स्वयं उनके शब्दों में प्रस्तुत किया गया है।                                                      Korean Film+2The Movie Database+2Korean Film+2

  • Within Every Woman (2012, Tiffany Hsiung): WW II में हुए जापानी यौन अत्याचारों को उजागर करती डॉक्यूमेंटरी, जिसमें healing process और survivor experiences दिखाए गए हैं।                                                                Korean Film+7Korean Legal Studies+7Wikipedia+7

  • The Apology (2016, Tiffany Hsiung): तीन पूर्व “comfort women” (द. कोरिया, चीन, फिलिपीन्स की निवासी) की ज़िंदगी, लड़ाई और न्याय की मांग का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत विवरण; इस फिल्म को Peabody और duPont‑Columbia पुरस्कार मिला है।                                                                The Movie Database+3Wikipedia+3The Movie Database+3The Movie Database+2Icarus Films+2Reddit+2

  • Snowy Road (2015, Lee Na‑jeong): दो किशोर लड़कियों की कहानी जिन्हें जापानी कब्ज़े के समय जबरन “comfort women” बनाया गया—सेलिब्रेटेड ऐतिहासिक ड्रामा, मूलतः KBS पर टीवी‑स्पेशल के रूप में रिलीज़, बाद में सिनेमाघरों में प्रदर्शित।                                                    WUNRN+6Wikipedia+6The Movie Database+6

  • Shusenjo: The Main Battleground of the Comfort Women Issue (2019, Miki Dezaki): यह फिल्म जापान में हो रहे revisionist इतिहासवाद और विरोधियों के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करती है—नए युग की तीव्रतम बहसों में से एक।                                                                          Wikipedia+3Suma Ikeuchi+3The Movie Database+3

  • अन्य उल्लेखनीय: Twenty Two (2017) – बचे हुए 22 वरिष्ठ survivours की सदाबहार किस्से, Herstory (2018) – कानूनी संघर्ष की वास्तविक कहानी, और My name is KIM Bok‑dong (2019) – एक सक्रिय survivor की कहानी।          The Movie Database+1The Movie Database+1



प्रमुख जीवित / गवाही देने वाली पीड़िताएँ (Survivor      Testimonies)

  • Kim Hak-sun
    1991 में दक्षिण कोरिया की पहली महिला जिन्होंने सार्वजनिक रूप से अपना अनुभव साझा किया। उनकी गवाही ने इस आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।                                                                                            Korean Legal Studies+2Asia-Pacific Journal: Japan Focus+2WUNRN+2
  • अन्य प्रमुख गवाहें जैसे Kim Bok-dong, Gil Won-ok, Lee Ok-seon, जिन्होंने सरकारों से माफी और न्याय की मांग में योगदान दिया। इनके प्रयासों से “statue of peace” आंदोलन और बुधवार की प्रदर्शनों को गति मिली।                                The Movie Database+1The Movie Database+1

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